वैसे लोगो से पैसे लूटना कोई नई बात नहीं है, आये दिन हम कई तरह के किस्से सुनते रहते है और ये कोई आज या कल में उपजी समस्या नहीं है बल्कि ये सब सदियों से होता आ रहा है, किन्तु चिंता का विषय यह है की अब ये लगातार व्यापक रूप लेता जा रहा है और बड़ी संख्या में अब इसमें युवा सम्मिलित हो रहे है, जो देश में युवाओ के भटकाव को दर्शाता है।
लूट की समझ और लोगो की लापरवाही -
अगर देखा जाये तो इन ठगो ने नए नए तरीको से लोगो को लूटने की अपनी समझ को प्रदर्शित किया है और ये तरीके ऐसे होते है jinse इन्हे पैसा भी मिल जाता है और कई बार पुलिस केस भी नहीं बनता,
इसी का एक उदहारण ये है की ये लोग, लोगो को किसी बात का लालच देते है और उसके bdle में bahut ही छोटी रकम की डिमांड करते है , जिससे छोटी रकम की इन्वेस्टमेंट में बड़े फायदे की लालच में लोग इनके झांसे में आ जाते है और अपनी कमाई का कुछ हिस्सा खो बैठते है।
कई बार ये रकम इतनी छोटी होती है की ठगी के बाद लोग इसे किस्मत मान भूल जाते है, या ये सोच क्र चुप बैठ जाते है की इतनी कम रकम के liye पुलिस उस मुजरिम को नहीं पकड़ेगी और इसी बात का ये लोग फायदा उठाते है।
कई बार ये रकम मात्र १०० से ५०० तक होती है जिसके कारण लोग ठगी के बाद भी गंभीर नहीं होते , लेकिन ठगी करने वाले इन्ही छोटी छोटी रकम लूट कर एक बड़ी रकम बना लेते है और पुलिस की नज़रो में भी आने से बच जाते है। ठग लोगो की इसी लापरवाही या छोटी रकम सोच छोड़ देने का फायदा उठाते है।
लोगो में जागरूकता की जरुरत -
लोगो को ऐसे मामलो में जागरूक होने की आवश्यकता है, ताकि समाज को ऐसे ठगो से बचाया जा सक। वैसे बोला जाता है अगर दुनिया को बदलना है तो इसकी शुरुआत हम से होना चाहिए, और यही बदलाव का मूल मंत्र है। इसलिए हमे ऐसे ठगो से सावधान होने और करने की जरुरत है ताकि कोई भी नागरिक इनका शिकार होने से बच सके।
सोशल मीडिया ठगी का सबसे बड़ा हथियार -
वर्तमान में सोशल मीडिया का जितना सदुपयोग हो रहा है उससे कई गुना ज्यादा इसका दुरूपयोग किया जा रहा है। लोगो को ठगी के जाल में फ़साने का जरिया आज सोशल मीडिया है यही से इस तरह के कई ट्रैप तैयार किये जाते है जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगो को फसाया जा सके है,आज अधिकांश जुर्म सोशल मीडिया के माध्यम से होते है|
कुछ सोशल मीडिया ऐसे है जिसमे कुछ लड़के, लड़की बन कर लोगो को अपने जाल में फ़साने की कोशिश करते है तो कई बार लड़कियों के माध्यम से लोगो को हनी ट्रैप में फसाया जाता है और उनसे मोती रकम वसूली जाती है।
सोशल क्राइम पर कड़े कानून की कमी -
हाल ही में देश में ५९ एप्प बेन किये गए है लेकिन इस बात को अगर छोर दिया जाये तो देश में डाटा चोरी या अन्य सोशल मीडिया या इंटरनेट के द्वारा किये जाने वाले क्राइम पर कोई कड़ा कानून नहीं है और इसी बात का फायदा ये लोग उठाते है , ऐसे में हमारी सतर्कता ही हमारी सुरक्षा है ।
जितना हो सके किसी अनजान व्यक्ति से अपनी निजी जानकारी शेयर न करे और ना ही सोशल मीडिया पर ऐसी कोई जानकारी शेयर करे जिसका कोई अपने फायदे के लिए उसे कर सकता हो।
एक बार आप मेरे इस आर्टिकल पर विचार जरूर करे और आपको लगता है की ये समाज के लिए उपयोगी है तो इसे ज्यादा से ज्यादा लोगो तक जरूर पहुचाये, और आप अपने विचार हमसे भी जरूर शेयर करे…… आपके विचार और सुझाव पाकर हमे ख़ुशी होगी
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